परिंदे की बेजुबानी प्रोफेसर श्री शंभूनाथ तिवारी जी की लोकप्रिय रचना बड़ी ग़मनाक दिल छूती परिंदे की कहानी है! कड़कती धूप हो या तेज़ बारिश का ज़माना हो क़हर तूफ़ां …
माँ (प्रोफेसर योगेश छिब्बर की लोकप्रिय रचना) लेती नहीं दवाई माँ, जोड़े पाई-पाई माँ। दुःख थे पर्वत, राई माँ, हारी नहीं लड़ाई माँ। इस दुनियां में सब मैले हैं, किस …